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प्रश्न : मेरी इंद्रिय छोटी है, हस्तमैथुन करने के कारण टेढ़ापन भी है। क्या मुझे संतान पैदा करने में दिक्कत आएगी?
उत्तर : नहीं, संतान पैदा करने में ये दोनों स्थितियां बाधक नहीं हैं। संतान पैदा करने के लिए वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या 60 मिलियन से अधिक होना चाहिए और उनमें जीवनी शक्ति का प्रतिशत भी अच्छा होना चाहिए। इसकी जानकारी आप वीर्य की जाँच करवाकर प्राप्त कर सकते हैं। यदि इंद्रिय छोटी न होकर खासी बड़ी हो और टेढ़ापन भी न हो फिर भी यदि शुक्राणुओं की संख्या पर्याप्त न हो और जीवनी शक्ति का प्रतिशत कम हो तो संतान पैदा नहीं की जा सकती।
प्रश्न : यदि कोई पुरुष लंबे समय तक सहवास न करे तो क्या वह नपुंसक हो जाएगा ?
उत्तर : जी हाँ, आयुर्वेद इस स्थिति को ब्रह्मचर्यजन्य नपुंसकता कहता है, लेकिन यह नपुंसकता स्थायी नहीं होती और न इसे दूर करने के लिए दवा-इलाज करना जरूरी होता है। यदि ऐसा पुरुष अच्छे खुशनुमा वातावरण में, प्रोत्साहित उमंगभरी मानसिकता के साथ तीन-चार बार सहवास करने का प्रयत्न करे तो उसका सोया हुआ पौरुषबल जाग जाएगा और उसकी नपुंसकता दूर हो जाएगी।
प्रश्न : मुझे बिल्कुल भी कामोत्तेजना नहीं होती ?
उत्तर : यह शिकायत होना आजकल आम बात हो गई है। गलत आचार-विचार इसका प्रमुख कारण है। आप यह चिकित्सा दो-तीन माह तक नियमपूर्वक करें- कामचूड़ामणिरस, दिव्य रसायन वटी 1-1 गोली और गोक्षुरादि चूर्ण एक चम्मच चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ लें। रात को सोते समय इंद्रिय के अग्रभाग को छोड़कर शेष इंद्रिय पर किसी तेल की जो वैद्य द्वारा सुझाया गया हो, को अंगुलियों से लगाएँ और अंगुलियों से ही हलके-हलके मसाज करें।
प्रश्न : मुझे 5-7 साल से मधुमेह है, यौन शक्ति बिल्कुल खत्म हो गई है। पत्नी सहवास में रुचि नहीं रही है ?
उत्तर : आपकी नपुंसकता मधुमेह रोग के कारण पैदा हुई है। आप यह चिकित्सा करें- वसंत कुसुमाकर रस, शिलाजत्वादि वटी अम्बरयुक्त और विगोजेम टेबलेट, तीनों की 1-1 गोली सुबह-शाम फीके दूध के साथ तीन मास तक लें। ब्रह्मचर्य का पालन करें। मिठाई, मीठे पदार्थ, खटाई और खट्टे पदार्थों का सेवन न करें।
प्रश्न : मुझे बार-बार पेशाब आता है, पेशाब के साथ वीर्य निकलता है। शरीर कमजोर, चेहरा निस्तेज हो गया है ?
उत्तर : आप बहुमूत्रान्तक रस और चन्द्रप्रभावटी विशेष नं. 1 की 2-2 गोली, सुबह-शाम दूध के साथ लाभ न होने तक लेते रहें। |
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